मखमली बदन
अक्षर-दर-अक्षर
शब्द-दर-शब्द
जोड़कर बनाता हूँ
कुछ पंक्तियाँ…
कुछ गीत…
कुछ कविताएँ…
जिन्हे उतारना चाहता हूँ
तुम्हारे मखमली बदन के केनवास पर
तुम्हारे प्रेम के रंग में…..रंग कर
Suneel Pushkarna
अक्षर-दर-अक्षर
शब्द-दर-शब्द
जोड़कर बनाता हूँ
कुछ पंक्तियाँ…
कुछ गीत…
कुछ कविताएँ…
जिन्हे उतारना चाहता हूँ
तुम्हारे मखमली बदन के केनवास पर
तुम्हारे प्रेम के रंग में…..रंग कर
Suneel Pushkarna