अभी घर से मकां के बीच का है फासला बाक़ी
अभी घर से मकां के बीच का है फासला बाक़ी
तेरे आने न आने का है करना फैसला बाक़ी
हैं मयख़ाने में जाम-ओ-मय-ओ-पैमाने बहुत लेकिन
लबो तक जाम को लाना अभी है मसअला बाक़ी
लक्ष्मण सिंह
अभी घर से मकां के बीच का है फासला बाक़ी
तेरे आने न आने का है करना फैसला बाक़ी
हैं मयख़ाने में जाम-ओ-मय-ओ-पैमाने बहुत लेकिन
लबो तक जाम को लाना अभी है मसअला बाक़ी
लक्ष्मण सिंह