मकान को घर बनना चाहिए
हर किसी के मकान को घर बनने के लिए
उसमें अपने परिवार का बसेरा चाहिए
इंसान बने रहने के लिए इंसान के,
जीवन में थोड़ा प्यार होना ही चाहिए
उसने देखें है बहुत से उतार चढ़ाव ज़िंदगी में
अब उसके मकान को घर बनना ही चाहिए।।
चूल्हा फूंककर, धुएं से उसकी
आंखें थक गई है अब आंसुओं से
अब तो उस बूढ़ी मां को भी इस धुएं से
हर हाल में राहत मिलनी ही चाहिए
अब उसके मकान को घर बनना ही चाहिए।।
सता रहा जो अकेलापन उसको
अंदर ही अंदर झुलसा रहा है
मिल जाए भरा पूरा परिवार उसका
वो अकेलापन भी अब दूर होना ही चाहिए
अब उसके मकान को घर बनना ही चाहिए।।
रहे बहू बेटा साथ तो उसके मन
का सारा बोझ उतर जायेगा
पोते पोती के साथ खेलकर
उसको खुशियां अब मिलनी ही चाहिए
अब उसके मकान को घर बनना ही चाहिए।।
सहते हुए जीवन की उलझनों को
जो उसकी पीठ झुक गई है
अब उसको अपने बुढ़ापे की लाठी
का सहारा तो मिलना ही चाहिए
अब उसके मकान को घर बनना ही चाहिए।।
झेले है बहुत कष्ट जीवन में उसने
की बच्चों की परवरिश अकेले ही उसने
हो रही सांझ अब जीवन के उसके
सुकून के पल अब उसे मिलने ही चाहिए
अब उसके मकान को घर बनना ही चाहिए।।
देखें होंगे ये सपने कभी तो उसने
साथ अपनों का चाहा होगा जिसमें
कहीं वो सपने अधूरे न रह जाए
अब तो वो सपने पूरे होने ही चाहिए
अब उसके मकान को घर बनना ही चाहिए।।