मकानों में रख लिया
मकानों में रख लिया
था जिन दियों में तेल मकानों में रख लिया।
खाली दियों को तुमने मचानों पे रख दिया ।।
उत्तर थे मेरे पास तुमने छीन सब लिये।
फिर मुझको सवालों के निशानों पे रख दिया ।।
छीनी किसानों की जमीं और तिजोरी भर ली।
छीना धरती माँ को दुकानों पे रख दिया ।।
मेरे तुम्हारे बीच जोशीदा करार था।
महफिल में तुमने हरेक जवानों पे रख दिया ।।
आकाश है माँ वक्त ने हमको उतार कर ।
धड़काया और फिर कब्र के खानों में रख दिया ।।
🖋️डॉ.के.के. श्रीवास्तव🖋️