-मंहगे हुए टमाटर जी
-मंहगे हुए टमाटर जी
सरल सस्ते टमाटरजी ने अपना तेवर यूं दिखलाया,
बढ़ा भाव स्वयं के छूं आसमान सबको है तरसाया।
सुनो -सुनो दोस्तों टमाटरों की अभी हाल वाली कहानी
जिसे खरीदतें अच्छों अच्छों को भी याद आ रही नानी।
लाल खट्टा जायके वाला टमाटर जिसकी दुनिया दिवानी
रसोई की शान टमाटर बिना बेस्वाद लग रही पाकवानी,
सस्ते हो जाएं टमाटर ,गरीब-अमीर सोचे कब होगी मेहरबानी
गिने-चुने लाऊं टमाटर,काश ! कर लेती मैं भी इसकी बागबानी।
तेरे बिन सूप,सलाद,तरकारी और चटनी सबकी बात बिगाड़ी
नज़र न आएं उसमें टमाटर कैसे स्वादिष्ट बनाएं भाजी बिरयानी।
नाक सिकोड़ कर खाते बच्चें कहतें मां!कब होगे टमाटर सस्ते
कुछ तो ऐसा हो मोदी जी फिर कहे दिल कि दिन आ गए अच्छे।
-सीमा गुप्ता,अलवर राजस्थान