मंद बुद्धि इंसान,हमेशा मद में रहते
रहते अपने देश में, चाहे रहें विदेश ।
करें बुराई हिंद की, हरदम मुआ रमेश ।
हरदम मुआ रमेश ,चीन का है ये प्यादा।
आता है आनंद इसी में, उसको ज्यादा ।
बस में नहीं जुबान,हमेशा कुछ भी कहते।
मंदबुद्धि इंसान , हमेशा मद में रहते । ।
रमेश शर्मा.