मंदिर का न्योता ठुकराकर हे भाई तुमने पाप किया।
मंदिर का न्योता ठुकराकर हे भाई तुमने पाप किया।
अपराध तनिक कम हो जाता यदि आकर पश्चाताप किया।।
ये मौका था जब रामकाज में तुम भी बनते सहभागी।
भवसागर पार उतर जाते जो राम राम का जाप किया।।
पर तुमने हरदम रामविरोधी नीति रीति क्यों अपनाई।
सोया भारत फिर जाग रहा ले रहा सनातन अंगड़ाई।।
🌹जय श्री राम🌹