मंदारमाला सवैया
मंदारमाला सवैया –
विधान-तगण×7+गुरु
वागेश्वरी प्रार्थना ये सुनो, चेतना में मुझे शुद्ध संसार दो।
वीणा बजे राग सारे सजे,हो अँधेरा नहीं माँ सदा प्यार दो।
संगीत ,साहित्य के संग माते,मुझे कंठ में एक झंकार दो।
पापी अधर्मी महा पातकी ,भूल सारी बुराई मुझे तार दो।।
डाॅ. बिपिन पाण्डेय