Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Chitra Bisht
15 Followers
Follow
Report this post
4 Oct 2024 · 1 min read
मंजिल की तलाश में
मंजिल की तलाश में
साथी छूट गए
जहां अपने ना मिले
उसे मंजिल कैसे कहें
चित्रा बिष्ट
Tag:
Quote Writer
Like
Share
42 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
आजकल रिश्तें और मक्कारी एक ही नाम है।
Priya princess panwar
दिया जा रहा था शराब में थोड़ा जहर मुझे
Shreedhar
माँ कहती है खुश रहे तू हर पल
Harminder Kaur
रिश्ते सभी सिमटते जा रहे है,
पूर्वार्थ
वैसे कार्यों को करने से हमेशा परहेज करें जैसा कार्य आप चाहते
Paras Nath Jha
सुकून
अखिलेश 'अखिल'
4356.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
माना नारी अंततः नारी ही होती है..... +रमेशराज
कवि रमेशराज
भाई दूज
Mamta Rani
यदि केवल बातों से वास्ता होता तो
Keshav kishor Kumar
सुबह, दोपहर, शाम,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मा शारदा
भरत कुमार सोलंकी
सच्चे कवि,सच्चे लेखक
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
राम-अयोध्या-सरयू का जल, भारत की पहचान हैं (गीत)
Ravi Prakash
हनुमान बनना चाहूॅंगा
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
कुंडलिया
sushil sarna
"एक किताब"
Dr. Kishan tandon kranti
जय श्री राम !
Mahesh Jain 'Jyoti'
क्या खूब
Dr fauzia Naseem shad
तुम प्रेम सदा सबसे करना ।
लक्ष्मी सिंह
खत और समंवय
Mahender Singh
अपना कानपुर
Deepesh Dwivedi
उससे शिकायत यह नहीं कि
gurudeenverma198
मिलने को तुमसे
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
खुद ही परेशान हूँ मैं, अपने हाल-ऐ-मज़बूरी से
डी. के. निवातिया
बड़े मासूम सवाल होते हैं तेरे
©️ दामिनी नारायण सिंह
आशा का सवेरा
Madhavi Srivastava
बसंत
Bodhisatva kastooriya
जन्मभूमि
Rahul Singh
#मानवता का गिरता स्तर
Radheshyam Khatik
Loading...