मंजिलें
हर इंसान की होती है मंजिलें
जिन्हे पाना होता है मकसद
चाहता हैं मिले उसे जिंदगी में
जो हो बेहतर और हो उसे पसंद ।।
राहें हजारों है इस जिंदगी में
चुनो उसको जो तुम्हारे लिए है
जिसपर चलकर मिलेगी मंजिल
जो तुमने चुनी तुम्हारे लिए है।।
तुम्हारी मंजिल तुम जानते हो
राह वही सही जो तुम मानते हो
मिल जायेगी फिर मंजिल तुम्हें
गर करो यत्न जो तुम मानते हो।।
जो साथी है मंजिल के तुम्हारी
उन्हें कभी बीच राह ना छोड़ना
थाम के हाथ मुश्किल समय में
उनको भी साथ लेकर बढ़ना।।
मंजिल एक दिन पा ही लेगा
तू अपनी अगन और लगन से
मंजिल पाकर अकेला ना रहे
ये भी ध्यान रखना कसम से।।
मंजिल मिलने पर मिलता है जो सुकून
अपने साथ हो तो बढ़ जाती है खुशी
दुआएं जिसने की मंजिल मिल जाए तुम्हें
मिले मंजिल तो उसे भी होती है खुशी।।