मंगल हो
दिल में प्रेम भाव प्रतिपल हो|
ऋद्धि-सिद्ध सुख शांति अमल हो|
कर्म धर्म इतिहास मधुरमय-
जग के जन-जन का मंगल हो|
लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली
दिल में प्रेम भाव प्रतिपल हो|
ऋद्धि-सिद्ध सुख शांति अमल हो|
कर्म धर्म इतिहास मधुरमय-
जग के जन-जन का मंगल हो|
लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली