भ्रूणहत्या
भ्रूणहत्या का न पाप हम करते हैं।
जीवन न इंसान हम छीना करते हैं।
जिंदगी में सभी का अधिकार होता हैं।
भ्रूणहत्या का सहयोग न हमको करना हैं।
हम सभी को भ्रूणहत्या का नाम नहीं लेना हैं।
आज अभी हम सभी को एक मुहिम करनी हैं।
भ्रूणहत्या में हम किसी मानव हत्या करते हैं।
हमारे कर्म और किस्मत भी खराब होती हैं।
आओ मिलकर हम आवाज उठाते हैं।
भ्रूणहत्या को हम सभी बंद कराते हैं।
जीवन हम सब मिलकर आने वाले का बचाते हैं।
भ्रूणहत्या रोकने के लिए हम कविता लिखते हैं।
समाज के साथ विचार भ्रूणहत्या का हम रोकते हैं।
हां हम सभी एकजुट हो कर एक प्रयास करते हैं।
नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र