भ्रस्टाचार आचार
सरे आम अब बिक रहा भ्रस्टाचार आचार …
जनता खाने लग रही हो कर के लाचार…
हो कर के लाचार समझ में कछु नही आवे.
खावे जो तो मरा , मरा जो भी नही खावे..
..रमेश शर्मा…
सरे आम अब बिक रहा भ्रस्टाचार आचार …
जनता खाने लग रही हो कर के लाचार…
हो कर के लाचार समझ में कछु नही आवे.
खावे जो तो मरा , मरा जो भी नही खावे..
..रमेश शर्मा…