भ्रम नेता का
आपका ये मानना कि आपको सब कुछ पता है।
तो हो गई है लो आपसे एक भोली सी खता है।।
आप यदि यह मानते है आपने सब कुछ किया है।
तो आपने इक घेर में कैद खुद को कर लिया है।।
आपका यह मानना , करता भ्रमित पहचान को।
आप जिनके बीच हैं वो सब मानते भगवान को।।
हो गए भगवान खुद तो दीजिए सब कुछ सभी को।
है असंभव कर ये पाना, तो खींच लीजे पग अभी तो।।
बन के मानव सब में रहिए, सब की सुनिए और कहिए।
छोड़कर सबकुछ का भ्रम, सर्व दुखसुख साथ सहिए।।
सभी प्रकार के समाज सेवकों को समर्पित