भोले शिव शम्भू
पवित्रता को पा जाता है वो
बाबा के दरबार में आता है जो
भाग्यशाली हो जाता है वो
शंभू की शरण में आता है जो।।
शिव तो है भोले बाबा
देते है मन चाहा वरदान
भक्त होते कभी ना निराश
करते वो दुष्टों का विनाश।।
जग के रक्षक है भोले
हर भक्त यही बोले
जो जाता है दर पर उनके
वही बम बम बोले।।
भोले बाबा मिलते है उसे
लगाए जो कैलाश के फेरे
होते है तपस्या में लीन
चारों तरफ गणों ने घेरे।।
जब भी आई कोई समस्या
मेरी भोले पर ही उम्मीद
पूरी की मेरी इच्छा सारी
मैं तो मेरे भोले का मुरीद।।
आज आई शिवरात्रि
करो भजन भोले के
जो भी चाहो मांग लो
मेरे डमरू वाले से।।