भोर
कितना सुंदर जग लगे, जब होती है भोर
मंद मंद चलती पवन, चिड़ियां करती शोर
चिड़ियां करती शोर,गीत भी कोयल गाती
सुबह सुबह की सैर,मुदित तन मन कर जाती
तभी ‘अर्चना’ त्याग, पास आलस है जितना
कर ले सूर्य प्रणाम, फायदा इसका कितना
12-01-2018
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद