भोजपुरी शाॅग
भोजपुरी शाॅग
मुखरा
ओढ़नी गीड़ा के रुत हवा के बिगारलूं।
मुस्की देखा के गांव टोला के बिगारलूं।।-2
लैइका बुढ़वा बांटे परेशान ऽऽऽऽ
जखन छोट घघड़ा पहिरलूं – 2
जखन छोट घघड़ा पहिरलूं – 2
ओढ़नी गीड़ा के रुत हवा…..लैइका बुढ़वा बांटे…..
अंतरा
चोली के डोरी में लटकल बा फुंदना।
गजबे लागेला तोहर कारी कारी गोदना।।-2
मिसिर जी दैइलेबा ध्यान
जखन छोट घघड़ा पहिरलूं
जखन छोट घघड़ा पहिरलूं
घघड़ा उठाके पाठक जी के भरमैइलू।
राय जी के गोरी तु न कहिके छोड़लूं।।-2
भइल चौधरी के सब कुछ निलाम
जखन छोट घघड़ा पहिरलूं – 2
जखन छोट घघड़ा पहिरलूं
कमर कटली बा नैना नशीली
करेला मन आज एकरा हम पिली।।-2
देबू तऽ करेम हम लेवान / मार लेब खोल के समान
जखन छोट घघड़ा पहिरलूं
ओढ़नी गीड़ा के रुत हवा….
जखन छोट घघड़ा पहिरलूं
गीतकार – रौशन राय
तारीक – 09 – 01 – 2022
मोबाइल नंबर – 9515651283/7859042461