Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Oct 2016 · 1 min read

भोगमें होगा अहम् तो भोग मिल जायेगा:: जितेंद्रकमलआनंद ( पोस्ट७४)

सारात्सार:: छंद घनाक्षरी क्रम ८/२१ राजयोगमहागीता
————————
भोग में होगा अहम् तो भोग मिल जायेगा ,मोक्ष में होगा अहम् तो मोक्ष मिल जायेगा ।
आपको सानंद यह जीवन जीने के लिए, सहज,सरस, राजयोग मिल जायेगा ।
जो ले चले साकार से निराकार की ही ओर ,गुरु से प्रदत्त
ज्ञानयोग| मिल| जायेगा ।
आपको ले चलेमृत्यु से अमरतत्व की ओर, आपको वो
आपका स्वरूप दिखलायेगा ।।८/२१!!

—– जितेंद्रकमल आनंद

Language: Hindi
209 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
🔘सुविचार🔘
🔘सुविचार🔘
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
मैं मुश्किलों के आगे कम नहीं टिकता
मैं मुश्किलों के आगे कम नहीं टिकता
सिद्धार्थ गोरखपुरी
कठिन परिश्रम साध्य है, यही हर्ष आधार।
कठिन परिश्रम साध्य है, यही हर्ष आधार।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
रूप कुदरत का
रूप कुदरत का
surenderpal vaidya
नये साल में
नये साल में
Mahetaru madhukar
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
Rj Anand Prajapati
बादल बरसे दो घड़ी, उमड़े भाव हजार।
बादल बरसे दो घड़ी, उमड़े भाव हजार।
Suryakant Dwivedi
Just a duty-bound Hatred | by Musafir Baitha
Just a duty-bound Hatred | by Musafir Baitha
Dr MusafiR BaithA
" पीती गरल रही है "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
जो भी पाना है उसको खोना है
जो भी पाना है उसको खोना है
Shweta Soni
बढ़ता कदम बढ़ाता भारत
बढ़ता कदम बढ़ाता भारत
AMRESH KUMAR VERMA
अबोध प्रेम
अबोध प्रेम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
माँ महागौरी है नमन
माँ महागौरी है नमन
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
वो पहली पहली मेरी रात थी
वो पहली पहली मेरी रात थी
Ram Krishan Rastogi
!! फूलों की व्यथा !!
!! फूलों की व्यथा !!
Chunnu Lal Gupta
मुहब्बत मील का पत्थर नहीं जो छूट जायेगा।
मुहब्बत मील का पत्थर नहीं जो छूट जायेगा।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
"कुछ लोग हैं"
Dr. Kishan tandon kranti
वो तेरा है ना तेरा था (सत्य की खोज)
वो तेरा है ना तेरा था (सत्य की खोज)
VINOD CHAUHAN
कुंठाओं के दलदल में,
कुंठाओं के दलदल में,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
माँ (खड़ी हूँ मैं बुलंदी पर मगर आधार तुम हो माँ)
माँ (खड़ी हूँ मैं बुलंदी पर मगर आधार तुम हो माँ)
Dr Archana Gupta
पता पुष्प का दे रहे,
पता पुष्प का दे रहे,
sushil sarna
जीवन
जीवन
Monika Verma
*पुरानी पेंशन हक है मेरा(गीत)*
*पुरानी पेंशन हक है मेरा(गीत)*
Dushyant Kumar
*अनार*
*अनार*
Ravi Prakash
कदम छोटे हो या बड़े रुकना नहीं चाहिए क्योंकि मंजिल पाने के ल
कदम छोटे हो या बड़े रुकना नहीं चाहिए क्योंकि मंजिल पाने के ल
Swati
3164.*पूर्णिका*
3164.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कब तक जीने के लिए कसमे खायें
कब तक जीने के लिए कसमे खायें
पूर्वार्थ
अब न तुमसे बात होगी...
अब न तुमसे बात होगी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
जो किसी से
जो किसी से
Dr fauzia Naseem shad
खुद से ज्यादा अहमियत
खुद से ज्यादा अहमियत
Dr Manju Saini
Loading...