भेजूँ तोहफा क्या तुमको तुम्ही कुछ कहो,
आ गया है नया वर्ष ओहो ओहो,
भेजूँ तोहफा क्या तुमको तुम्ही कुछ कहो,
कहीं सुखों का झंडा है फहरा रहा,
कहीं दुःखों का सागर है लहरा रहा
ऐसे अवसर पे दुःख और सुखों को सहो,
भेजूँ तोहफा क्या तुमको तुम्ही कुछ कहो,
इन सुख और दुःखों के इस संसार में ,
मित्रता सार है प्रेम ही सार है
मित्रता प्रेम के इस संसार में
प्रेम सागर ही बन कर के अब तुम बहो
भेजूँ तोहफा क्या तुमको तुम्ही कुछ कहो,
ये नया वर्ष जो की है अब आ गया,,
इसकी कीमत कहीं यूँ ही जाया न हो,
हो ये कोशिश की ईश्वर की रहमत रहे,
कोई बेसबब बेसहारा न हो
भेजूँ तोहफा क्या तुमको तुम्ही कुछ कहो,