भूल से भूल हुई हो तो गवारा करले ।
भूल से भूल हुई हो तो गवारा करले ।
ज्यादा नहीं हो तो थोड़े में गुजारा करले ।
धूप में छांव मिल गयी है तो सुस्ता ले ।
चल पड़ने का मगर फिरसे इरादा कर ले ।
लोग कुछ पाने का जश्न मनायेंगे ।
तू खुशियाँ बांटने का इरादा करले ।