Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jan 2017 · 1 min read

भूल भईय्या भूल मृत्यु डाल पे झूल

रमल चार फ़ाइलातुन

जिंदगी से सीख मैंने ले रखी है आज भूला
जिंदगी की भीख मैंने ले रखी है आज भूला
भूलने की आदतें मेरी किसे हाँ मैं बताऊं
आज भूला जिंदगी को मौत की डाली पे झूला

– नवीन कुमार जैन

Language: Hindi
536 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
#क़तआ (मुक्तक)
#क़तआ (मुक्तक)
*प्रणय*
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
“दो बूँद बारिश की”
“दो बूँद बारिश की”
DrLakshman Jha Parimal
बस यूँ ही
बस यूँ ही
Neelam Sharma
#मानवता का गिरता स्तर
#मानवता का गिरता स्तर
Radheshyam Khatik
सोच रहा अधरों को तेरे....!
सोच रहा अधरों को तेरे....!
singh kunwar sarvendra vikram
सफल हस्ती
सफल हस्ती
Praveen Sain
!! बोलो कौन !!
!! बोलो कौन !!
Chunnu Lal Gupta
काला धन काला करे,
काला धन काला करे,
sushil sarna
राम सिया की होली देख, अवध में हनुमंत लगे हर्षांने।
राम सिया की होली देख, अवध में हनुमंत लगे हर्षांने।
राकेश चौरसिया
जीवन
जीवन
लक्ष्मी सिंह
शिक्षा
शिक्षा
Neeraj Agarwal
इतना कभी ना खींचिए कि
इतना कभी ना खींचिए कि
Paras Nath Jha
"नाना पाटेकर का डायलॉग सच होता दिख रहा है"
शेखर सिंह
अगर आप केवल अपना स्वार्थ देखेंगे तो
अगर आप केवल अपना स्वार्थ देखेंगे तो
Sonam Puneet Dubey
नये शिल्प में रमेशराज की तेवरी
नये शिल्प में रमेशराज की तेवरी
कवि रमेशराज
दुनिया से ख़ाली हाथ सिकंदर चला गया
दुनिया से ख़ाली हाथ सिकंदर चला गया
Monika Arora
राम आ गए
राम आ गए
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
हर दिल खूबसूरत है
हर दिल खूबसूरत है
Surinder blackpen
23/213. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/213. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भ्रम रिश्तों को बिखेरता है
भ्रम रिश्तों को बिखेरता है
Sanjay ' शून्य'
तुझे याद करता हूँ क्या तुम भी मुझे याद करती हो
तुझे याद करता हूँ क्या तुम भी मुझे याद करती हो
Rituraj shivem verma
घर के किसी कोने में
घर के किसी कोने में
आकांक्षा राय
इस ठग को क्या नाम दें
इस ठग को क्या नाम दें
gurudeenverma198
मर्यादापुरुषोतम श्री राम
मर्यादापुरुषोतम श्री राम
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
" हवाएं तेज़ चलीं , और घर गिरा के थमी ,
Neelofar Khan
*वसुधैव समन्वयक गॉंधी*
*वसुधैव समन्वयक गॉंधी*
Ravi Prakash
* बातें मन की *
* बातें मन की *
surenderpal vaidya
बुरा वक्त आज नहीं तो कल कट जाएगा
बुरा वक्त आज नहीं तो कल कट जाएगा
Ranjeet kumar patre
ये रात है जो तारे की चमक बिखरी हुई सी
ये रात है जो तारे की चमक बिखरी हुई सी
Befikr Lafz
Loading...