भूल जाओगे
तुम भी मुझको इक न इक दिन भूल जाओगे,
अपने पीछे छोड ऊँची धूल जाओगे ।
कह रहे हो कसम देकर पर भरोसा क्या ।
छोड़ कर हृदय में मेरे शूल जाओगे ।।
विन्ध्य प्रकाश मिश्र विप्र
तुम भी मुझको इक न इक दिन भूल जाओगे,
अपने पीछे छोड ऊँची धूल जाओगे ।
कह रहे हो कसम देकर पर भरोसा क्या ।
छोड़ कर हृदय में मेरे शूल जाओगे ।।
विन्ध्य प्रकाश मिश्र विप्र