भूलकर भी भूल से इज़हार न करना
भूलकर भी भूल से इज़हार न करना
किसी बेकदर से तड़प कर प्यार न करना
हर कोई फरेब करने पर तुला है दुनिया में
हर किसी से कुंदन आंखें चार मत करना
© डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
भूलकर भी भूल से इज़हार न करना
किसी बेकदर से तड़प कर प्यार न करना
हर कोई फरेब करने पर तुला है दुनिया में
हर किसी से कुंदन आंखें चार मत करना
© डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन