भूमि दिवस
भूमि दिवस पर भूमि मां का ,
मिलकर सब गुणगान करें ।
हाथ जोड़कर दोनों हम सब ,
धरती माता को प्रणाम करें।।
धरती माता ही हम सब का,
पालन -पोषण करती है ।
मेहनत से बनती उपजाऊ ,
सबका पेट यह भरती है।।
रंग -बिरंगे फूलों का ,
पालन -पोषण करती है।
सुंदर बनाती जग सारा,
तन- मन खिलता खूब हमारा।।
नदियां सागर पर्वत झरने,
सब है इस पर डटे हुए।
जीव जंतु और वनस्पति ,
सब है इस पर टिके हुए।।
धरती है तो है जग सारा ,
लगता सुंदर प्यारा प्यारा।
आज धरा को जख्म भारा,
हमने ही चला रखा आरा।।
सतपाल का इस पर ठिकाना ,
सबने एक-एक पौधा लगाना।
यही एक दृढ संकल्प हमारा ,
अगर धरती मां को है बचाना।।
सतपाल चौहान।