भूखा कैसे रहेगा कोई ।
भूखा कैसे रहेगा कोई ।
रूखा कैसे सोएगा कोई।
जब इस दुनिया में मां है।
अधूरा कैसे रहेगा कोई।
तेरे आंचल से ही मां ।
दुनिया का हर सुख मिला है।
सब तेरे ही देन है।
जो आज मेरा चेहरा खिला है।
RJ Anand Prajapati
भूखा कैसे रहेगा कोई ।
रूखा कैसे सोएगा कोई।
जब इस दुनिया में मां है।
अधूरा कैसे रहेगा कोई।
तेरे आंचल से ही मां ।
दुनिया का हर सुख मिला है।
सब तेरे ही देन है।
जो आज मेरा चेहरा खिला है।
RJ Anand Prajapati