भुट्टे हैं सेहत के देसी नुस्खे
रचना नंबर (20)
विधा…कव्वाली
भुट्टे हैं सेहत के देसी नुस्खे
ये भुट्टे हैं, भई भुट्टे हैं
सेहत के देसी नुस्खे हैं
सस्ते मोती से दाने हैं
मीठे-मीठे ये रसीले हैं
मौसमी भुट्टे रोज़ खाने से
रोगी भी निरोगी हो जाते हैं
बिन इंजेक्शन,दवाई के
डॉक्टर को दूर भगाते हैं1
रोकड़े हमारे बचाते हैं ये
तंदरुस्ती का राज़ बताते हैं
ये भुट्टे हैं…
ये फायबर से भरपूर होते हैं
वेट-लॉस भी कराते हैं
कॉलेस्ट्रॉल भी कम करते हैं
जीने की राह दिखाते हैं
विटामिन ई का भंडार हैं ये
रोशनी आँखों की बढ़ाते हैं
ये भुट्टे हैं…
नर्म कीस की क्या मैं बात करूँ
हलवा लड्डू भी बन जाते हैं
हींग लगे न फ़िटकरी
ज़ायका खाने का बढ़ाते हैं
चटपटे पकोड़े लुभाते हैं
बारिश की शान बढ़ाते हैं
ये भुट्टे हैं…
बच्चों की हैं ये खास पसन्द
सिगड़ी पर ही सिकवाते हैं
बिन योगा,बिन व्यायाम के
दाँतों की कसरत कराते हैं
पॉपकॉर्न है इनका टाइम-पास
हाँजी, सस्ते में निपटाते हैं
ये भुट्टे हैं..
स्वरचित
सरला मेहता
इंदौर