भुजंगप्रयात
आधार छन्द- भुजंगप्रयात (मापनीयुक्त वर्णिक)
वर्णिक मापनी- यमाता यमाता यमाता यमाता (12 वर्ण)
पिंगल सूत्र- य य य य
ध्रुव शब्द- अकेला
अकेला रहा तू अकेला सहा तू।
सदा बैठ न्यारा विमोहा रहा तू।।
न जोड़ा न छोड़ा न तोड़ा न फोड़ा,
महा प्रेम राचा हवा सा बहा तू।
नीलम शर्मा ✍️