भिक्षा
भिक्षा
=====
अरे हाँ
कटोरा खान इमरान
आजादी के अवसर पर
मेरा तुम्हें
मुफ्त का मशवरा है।
तुम्हारे लिए अवसर बडा़ है।
मेरी सलाह मानो!
तुम जो इधर उधर
कुत्तों की तरह भटक रहे हो,
फिर भी भीख के लिए
तरस रहे हो,
तुम्हारा कटोरा खाली है
ये देख बडा़ दुःख होता है,
इतने द्वार देखने के बाद भी
तुम्हारा कटोरा भरता नहीं है।
ऐसा करो
तुम बाजवा के साथ आओ
अपना अपना कटोरा
साथ लाओ।
हमारे यहाँ किसी भी मंदिर
या रेलवे बस स्टेशन के
बाहर अपनी लुगरी फैलाओ
अपना कटोरा भरो
और
खुशी खुशी अपने घर जाओ।
घर का खर्चा चलाओ
साथ में कर्जदारों का
कर्जा निपटाकर मुक्ति पाओ।
और माँ भारती के
शरणागत हो जाओ,
फिर सूकून से जीवन का
भरपूर आनंद उठाओ,
और
पाकिस्तान को खुशहाली के
रास्ते पर आगे बढ़ाओ।
?सुधीर श्रीवास्तव