भाषण
जिस देश के लोग भाषण सुनकर ये कहे कि …
“नून रोटी खाएंगे फलाने को जीताएंगे”
उस देश के लोगों को कोई अधिकार नहीं कि रोजगार की मांग करे …
मैं तमाम उन लोगों पर थूकती हूं जो भाषणों से राशन का इंतजाम कर देते हैं। और कागजों पे भूखे नंगे लोगों को खाए मोटाए बता देते हैं …
~ सिद्धार्थ