भाषण अब कैसे रूके,पॉंचों साल चुनाव( कुंडलिया)
भाषण अब कैसे रूके,पॉंचों साल चुनाव( कुंडलिया)
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भाषण अब कैसे रूके , पॉंचों साल चुनाव
काम करेगा क्या गला ,पड़े जीभ में घाव
पड़े जीभ में घाव , चीखकर भाषण आया
लटके – झटके खूब , चुनावी देखो माया
कहते रवि कविराय, देश में हर क्षण है रण
जलसे और जुलूस, हर समय सुनिए भाषण
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रचयिता :रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा, रामपुर( उत्तर प्रदेश) मोबाइल 9997 61 545 1