भावना।
इंसान की जैसी भावना होती है , वैसा ही जीवन परिवर्तित हो जाता है। आजकल का इंसान भावनाओं की कद्र करना नही जानता है। और नाही भावनाओं की शक्ति पहचानता है।अगर इंसान अपनी भावनाओं को इच्छाओं में बदलता है।तब उसकी इच्छा बहुत जल्दी पूरी हो जाती है। हमें एक जादुई परिणाम मिलना शुरू हो जाते हैं।जब हम अपनी इच्छा शक्ति को बढ़ा लेते हैं। मनुष्य के अंदर बहुत सारी शक्तियां छुपी हुई होती हैं। लेकिन वह उन्हें पहचान नही पाता है। और परेशान होता रहता है। मनुष्य जैसा सोचता है,वह एक दिन वैसा बन जाता है।यह भावनाओं की शक्ति होती है। हमें अपनी भावनाओं को मजबूत बनाना होगा। फिर आप जो चाहते हो वह मिल जायेगा।