*** भावनाओं पर किसका पहरा ***
दिल आखिर दिल जो ठहरा
भावनाओ पर किसका पहरा
उम्र हसीनाओं की पूछना मत
घाव करता हृदय पर गहरा।।
?मधुप बैरागी
सावन सूखा जाये पिया अब सावन गीत सुनाने आजा
मनभावन है मौसम प्यारा अब बदल- राग सुन-आजा
आजा प्रियतम नेहा-मेहा- बन तन – तरुवर सरसाजा
शिवशंकर अब पर्वत-पुत्री संग है हृदय प्यास बुझाजा ।।
?मधुप बैरागी