भार भई रे भार भई l
भार भई रे भार भई l
जिंदगी बड़ी भार भई ll
जगी जगी ओ लगी लगी l
ये प्यास प्यास मुई मुई ll
भाग खड़ी है हुई हुई l
प्रियतमा प्रीत छुईमुई ll
मथे मथे है गम ही गम l
जिंदगी भई रई रई ll
नरमाहट है गई गई l
कड़े कड़े है कई कई ll
चद्दर अब पत्थर पत्थर l
गुम गुम है रूई रूई ll
भार भई रे भार भई l
जिंदगी बड़ी भार भई ll
अरविन्द व्यास “प्यास”