Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 May 2024 · 1 min read

भारी पहाड़ सा बोझ कुछ हल्का हो जाए

भारी पहाड़ सा बोझ कुछ हल्का हो जाए
जब जब मेरी चिंता बढ़े माँ सपने में आए
ये सभी वृद्धआश्रम आज लगभग रिक्त हो जाए
किसी औलाद की माँ बेघर न हो जाए
– शेखर सिंह

1 Like · 26 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तुम नादानं थे वक्त की,
तुम नादानं थे वक्त की,
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
जीवन दर्शन (नील पदम् के दोहे)
जीवन दर्शन (नील पदम् के दोहे)
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
इश्क था तो शिकवा शिकायत थी,
इश्क था तो शिकवा शिकायत थी,
Befikr Lafz
चली ⛈️सावन की डोर➰
चली ⛈️सावन की डोर➰
डॉ० रोहित कौशिक
ख्वाबों के रेल में
ख्वाबों के रेल में
Ritu Verma
* मुस्कुराने का समय *
* मुस्कुराने का समय *
surenderpal vaidya
#लघुकविता-
#लघुकविता-
*प्रणय प्रभात*
कौन यहाँ पढ़ने वाला है
कौन यहाँ पढ़ने वाला है
Shweta Soni
जिंदगी के रंगमंच में हम सभी किरदार है
जिंदगी के रंगमंच में हम सभी किरदार है
Neeraj Agarwal
कोलाहल
कोलाहल
Bodhisatva kastooriya
3302.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3302.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹
🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
In the midst of a snowstorm of desirous affection,
In the midst of a snowstorm of desirous affection,
Sukoon
*जीवन में जो सोचा सब कुछ, कब पूरा होता है (हिंदी गजल)*
*जीवन में जो सोचा सब कुछ, कब पूरा होता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
बंदूक की गोली से,
बंदूक की गोली से,
नेताम आर सी
आज भी
आज भी
Dr fauzia Naseem shad
✍️ मसला क्यूँ है ?✍️
✍️ मसला क्यूँ है ?✍️
'अशांत' शेखर
जो धधक रहे हैं ,दिन - रात मेहनत की आग में
जो धधक रहे हैं ,दिन - रात मेहनत की आग में
Keshav kishor Kumar
मुक्तक
मुक्तक
डॉक्टर रागिनी
किताब
किताब
Sûrëkhâ
हृदय में वेदना इतनी कि अब हम सह नहीं सकते
हृदय में वेदना इतनी कि अब हम सह नहीं सकते
हरवंश हृदय
मैं नहीं कहती
मैं नहीं कहती
Dr.Pratibha Prakash
मसरूफियत बढ़ गई है
मसरूफियत बढ़ गई है
Harminder Kaur
चीत्कार रही मानवता,मानव हत्याएं हैं जारी
चीत्कार रही मानवता,मानव हत्याएं हैं जारी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Just try
Just try
पूर्वार्थ
गुरुदेव आपका अभिनन्दन
गुरुदेव आपका अभिनन्दन
Pooja Singh
"मित्रों से जुड़ना "
DrLakshman Jha Parimal
बदनसीब लाइका ( अंतरिक्ष पर भेजी जाने वाला पशु )
बदनसीब लाइका ( अंतरिक्ष पर भेजी जाने वाला पशु )
ओनिका सेतिया 'अनु '
क्यों आज हम याद तुम्हें आ गये
क्यों आज हम याद तुम्हें आ गये
gurudeenverma198
धूल-मिट्टी
धूल-मिट्टी
Lovi Mishra
Loading...