भारत है वो फूल (कविता)
वाणी मेरी सुनो हे वीरों वक्त है शस्त्र उठाने का,
भारत किसको कहते है ये दुश्मन को बतलाने का,
भारत उसको कहते है जहां बच्चे शेरों से खेले है,
भारत उसको कहते है जहां सरहद पे मौत के मेले है,
भारत उनका नाम है जिनको देनी आती कुर्बानी है,
भारत उनका नाम है जिनके रक्तों मे बलिदानी है,
भारत उसको कहते है जहां कण कण मे अमराई है,
भारत उसको कहते है जहां मिट्टी में भी माई है,
भारत मेरा देश है वो जहां खूनी तिलक लगाते है,
भारत मेरा देश है वो जहां कृपाण से खेले जाते है,
वीर शिवाजी महाराणा का देश ये मेरा भारत है,
लक्ष्मीबाई भगत सिंह आजाद यहां के महारत है,
है विनम्र गांधी के जैसा पर सिंहो की पहचान,
जहां का बच्चा बच्चा राष्ट्र पे हो जाए कुर्बान,
भारत कहते है इसको जहां हर नारी में काली है,
भारत है वो फूल जहां का हर एक बेटा माली है।।
– आदित्य कुमार
“बाल कवि”