Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 May 2024 · 1 min read

“” *भारत माता* “”

“” भारत माता “”
***************

माँ भारती
करें नित जय-जयकार
प्रणाम नमन वंदन आरती !
पाएं आपसे अक्षय शक्ति ऊर्जा…..,
और चलें आप हृदय पे राज करती !! 1 !!

वन्दे मातृभूमि
चरणों को पँखारें चलें हैं सागर
खेलें गोदी में गंगा यमुना सरस्‍वती !
पहन चली सूर्य किरणों का सुंदर हार….,
और शुभ्रचांदनी निखारे हरेक पल कांति !! 2 !!

हे भारतम्बा
पहने स्वर्णमुकुट हिमतुंग शिखर
चले पूर्व दिशा में बरसाए मेघ मल्हार !
महकाए उत्तर में मकरंदी कश्मीरी केसर….,
और पश्चिम में लहराए कच्छ रणका थार !! 3 !!

हे मातृदेवी
होकर सिंह पे सवार
चली केसरिया भगवाध्वज हाथों में थामे !
सुन सिंह की तेज दहाड़ पुकार….,
सभी दुश्मन भागे और थर-थर कांपे !! 4 !!

वन्दे मातरम्
माँ आपसे करते अगाध प्रेम प्यार
सदैव चलें प्राणों को करते आप पे निछावर !
गाते जननी-जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गीत…..,
और अपने सौभाग्य पे हर्षाते चलें बारम्बार !! 5 !!

शस्य-श्यामलाम्
माँ वसुंधरा वन्दे मातरम्
धानी चुनरिया में आप चलो हर्षाए हरदम !
हम करते चलें आप पर सर्वस्व समर्पण..,
और सदैव दमके आपका शुभानन अप्रतिम !! 6 !!

सिंहवाहिनी माँ
सुखदां वरदां वंदे मातरम्
आपके आँचल में हुए पलकर बड़े हम !
पायी शौर्य कीर्ति अपार यश मान…..,
और श्रीचरणनन् में करते हैं कृतज्ञता ज्ञापन !! 7 !!

¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥

सुनीलानंद
गुरुवार,
30 मई, 2024
जयपुर
राजस्थान |

Language: Hindi
65 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुनीलानंद महंत
View all
You may also like:
आरम्भ
आरम्भ
Neeraj Agarwal
आया करवाचौथ, सुहागिन देखो सजती( कुंडलिया )
आया करवाचौथ, सुहागिन देखो सजती( कुंडलिया )
Ravi Prakash
कुछ लोग प्रेम देते हैं..
कुछ लोग प्रेम देते हैं..
पूर्वार्थ
संवेदनहीन
संवेदनहीन
अखिलेश 'अखिल'
काजल
काजल
SHAMA PARVEEN
प्रश्न  शूल आहत करें,
प्रश्न शूल आहत करें,
sushil sarna
नाइजीरिया
नाइजीरिया
Shashi Mahajan
ये आसमा में जितने तारे हैं
ये आसमा में जितने तारे हैं
कवि दीपक बवेजा
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
जहाँ खुदा है
जहाँ खुदा है
शेखर सिंह
◆हरे-भरे रहने के लिए ज़रूरी है जड़ से जुड़े रहना।
◆हरे-भरे रहने के लिए ज़रूरी है जड़ से जुड़े रहना।
*प्रणय प्रभात*
तुझमे कुछ कर गुजरने का यहीं जूनून बरकरार देखना चाहता हूँ,
तुझमे कुछ कर गुजरने का यहीं जूनून बरकरार देखना चाहता हूँ,
Ravi Betulwala
कभी कभी खामोशी भी बहुत सवालों का जवाब होती हे !
कभी कभी खामोशी भी बहुत सवालों का जवाब होती हे !
Ranjeet kumar patre
बुंदेली दोहा बिषय- बिर्रा
बुंदेली दोहा बिषय- बिर्रा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
गम में वह कुवत है कि,
गम में वह कुवत है कि,
TAMANNA BILASPURI
"जरा सोचो"
Dr. Kishan tandon kranti
हिंदीग़ज़ल में होता है ऐसा ! +रमेशराज
हिंदीग़ज़ल में होता है ऐसा ! +रमेशराज
कवि रमेशराज
2607.पूर्णिका
2607.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
विवाह समारोहों में सूक्ष्मता से की गई रिसर्च का रिज़ल्ट*
विवाह समारोहों में सूक्ष्मता से की गई रिसर्च का रिज़ल्ट*
Rituraj shivem verma
लगाते भाल पर चंदन बताते गर्व से हिंदू,
लगाते भाल पर चंदन बताते गर्व से हिंदू,
Anamika Tiwari 'annpurna '
आजकल की बेटियां भी,
आजकल की बेटियां भी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Love ❤
Love ❤
HEBA
💐तेरे मेरे सन्देश-2💐
💐तेरे मेरे सन्देश-2💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अलविदा कह जाओगे जब दुनियां को...
अलविदा कह जाओगे जब दुनियां को...
Ajit Kumar "Karn"
भोले नाथ है हमारे,
भोले नाथ है हमारे,
manjula chauhan
इस धरातल के ताप का नियंत्रण शैवाल,पेड़ पौधे और समन्दर करते ह
इस धरातल के ताप का नियंत्रण शैवाल,पेड़ पौधे और समन्दर करते ह
Rj Anand Prajapati
जय भवानी, जय शिवाजी!
जय भवानी, जय शिवाजी!
Kanchan Alok Malu
*ज़िंदगी का सफर*
*ज़िंदगी का सफर*
sudhir kumar
बाल कविता: मछली
बाल कविता: मछली
Rajesh Kumar Arjun
पढ़ लेना मुझे तुम किताबों में..
पढ़ लेना मुझे तुम किताबों में..
Seema Garg
Loading...