भारत माता के सच्चे सपूत थे
आज महान देशभक्त, स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की 124वीं जयंती पर विशेष काव्य रचनाः-
‘भारत माता के सच्चे सपूत थे’
नेताजी महान क्रांतिकारी थे,
वे स्वतंत्रता सेनानी भारी थे।
नेताजी महाप्रेरणा स्रोत थे,
देशभक्ति से ओत-प्रौत थे।
बहुत संघर्ष उन्होंने किया था,
हर कदम जोखिम लिया था।
नेताजी महान व्यक्तित्व थे,
महान देशहित के कृतित्व थे।
नेताजी का एक आहवान था,
आज़ादी बदले माँगा खून था।
उनका मध्यमवर्गीय परिवार था,
देशभक्ति उनका आधार था।
उनमे भरा जो बहुत देशप्रेम था,
भारत माता वंदन नित नेम था।
जीवन देश सेवा में लगा दिया,
आजादी का कड़ा व्रत लिया।
सुभाष बोस सच्चे सेनानी थे,
भारत स्वतंत्रता के सानी थे।
आंदोलन में महायोगदान था,
सुभाष बोस वीर महान था।
नेताजी भारत माँ के सपूत थे,
भारत में बने आजादी दूत थे।
आजादी को पाना था मंतव्य।
आजादी रक्षा है परम कर्तव्य।
भारत माता के सच्चे सपूत थे।
देश प्रेमी राष्ट्रनेता अग्रदूत थे।।
‘पृथ्वीसिंह’ सुभाष को नमन है।
नेताजी से वीरों से देश चमन है।।
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कवि पृथ्वीसिंह बैनीवाल
9518139200, 9467694029