Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Mar 2021 · 1 min read

भारत माँ को चाहिए , मोदी जी जैसा सरकार ,

नमन ? – साथियों
दिनांक – 14/03/2021
दिवस – रविवार
विषय :- भारत माँ को चाहिए , मोदी जी जैसा सरकार ,
विधा :- गीत

भारत माँ को चाहिए ,
आपके जैसा सरकार ,
जय हो मोदी ‌जी ।
एक दो बार नहीं ,
चाहिए बारम्बार ।
बोलो भईया मोदी की जय
मोदी की जय ,
हो हम जनता की भलाई ।।

आठ नवंबर दो हज़ार सोलह को
किये नोटबंदी आठ बजे रातों रात ,
जय हो ।
जी.एस. टी (G.S.T ) लगाकर
बिगाड़े पूंजीपति की बात ।
हाय हो ऐसी सरकार ,
जो जाने
अपना कर्त्तव्य और अधिकार ।

आप ही के समय में आप पर भी
एक मुसीबत आएं दुनिया में ,
वह है कोविड-19, कोरोना काल ।
फिर भी आप घबड़ाएं नहीं -2
लिए भारत को संभाल ।
बोलो भईया भारत माता की जय ,
भारत माता की जय ,
हो हम जनता की भलाई ।

भले मैं रोशन हूँ बेरोज़गार ,
आपने तो संघर्ष करना सिखाया ,
तब कैसे मान लूँ हार ।
बोलो भईया मोदी की सरकार ,
जो एक दो बार नहीं
चाहिए बारम्बार ।
बोलो भईया मोदी की जय
मोदी की जय ,
हो हम जनता की भलाई ।।

✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज,कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 19(35)

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 1 Comment · 486 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हम भी जिंदगी भर उम्मीदों के साए में चलें,
हम भी जिंदगी भर उम्मीदों के साए में चलें,
manjula chauhan
दोस्ती
दोस्ती
लक्ष्मी सिंह
सरोकार
सरोकार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
पता नहीं कब लौटे कोई,
पता नहीं कब लौटे कोई,
महेश चन्द्र त्रिपाठी
सुनो ये मौहब्बत हुई जब से तुमसे ।
सुनो ये मौहब्बत हुई जब से तुमसे ।
Phool gufran
मित्रता
मित्रता
जगदीश लववंशी
2744. *पूर्णिका*
2744. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अपने घर में हूँ मैं बे मकां की तरह मेरी हालत है उर्दू ज़बां की की तरह
अपने घर में हूँ मैं बे मकां की तरह मेरी हालत है उर्दू ज़बां की की तरह
Sarfaraz Ahmed Aasee
कविता के अ-भाव से उपजी एक कविता / MUSAFIR BAITHA
कविता के अ-भाव से उपजी एक कविता / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
महोब्बत करो तो सावले रंग से करना गुरु
महोब्बत करो तो सावले रंग से करना गुरु
शेखर सिंह
बुंदेलखंड के आधुनिक कवि पुस्तक कलेक्टर महोदय को भेंट की
बुंदेलखंड के आधुनिक कवि पुस्तक कलेक्टर महोदय को भेंट की
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
दूसरा मौका
दूसरा मौका
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
*आओ गाओ गीत बंधु, मधु फागुन आया है (गीत)*
*आओ गाओ गीत बंधु, मधु फागुन आया है (गीत)*
Ravi Prakash
बेटी एक स्वर्ग परी सी
बेटी एक स्वर्ग परी सी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
रंगीला संवरिया
रंगीला संवरिया
Arvina
हसरतों के गांव में
हसरतों के गांव में
Harminder Kaur
■ सनातन सत्य...
■ सनातन सत्य...
*Author प्रणय प्रभात*
গাছের নীরবতা
গাছের নীরবতা
Otteri Selvakumar
" मानस मायूस "
Dr Meenu Poonia
आत्मनिर्भरता
आत्मनिर्भरता
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मां कालरात्रि
मां कालरात्रि
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
घिरी घटा घन साँवरी, हुई दिवस में रैन।
घिरी घटा घन साँवरी, हुई दिवस में रैन।
डॉ.सीमा अग्रवाल
*गुड़िया प्यारी राज दुलारी*
*गुड़िया प्यारी राज दुलारी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
भोर होने से पहले .....
भोर होने से पहले .....
sushil sarna
जागो तो पाओ ; उमेश शुक्ल के हाइकु
जागो तो पाओ ; उमेश शुक्ल के हाइकु
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
जीवन में संघर्ष सक्त है।
जीवन में संघर्ष सक्त है।
Omee Bhargava
"सहेज सको तो"
Dr. Kishan tandon kranti
आप और हम जीवन के सच ..........एक प्रयास
आप और हम जीवन के सच ..........एक प्रयास
Neeraj Agarwal
आँखों के आंसू झूठे है, निश्छल हृदय से नहीं झरते है।
आँखों के आंसू झूठे है, निश्छल हृदय से नहीं झरते है।
Buddha Prakash
अहंकार का एटम
अहंकार का एटम
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
Loading...