भारत माँ का वंदन(माहिया गीत)
धरती अपनी पावन
कोमल भावों से
भारत माँ का वंदन
खुशियों का ये उपवन
जन्म यहाँ पाकर
है धन्य हुआ जीवन
मंदिर हर घर आँगन
कोमल भावों से
भारत माँ का वंदन
हैं धर्म अनेक यहाँ
भाषा वेश अलग
लेकिन सब एक यहाँ
पावन ये गठबंधन
कोमल भावों से
भारत माँ का वंदन
माटी उगले सोना
सौंधी खुशबू से
महके है हर कोना
सुरभित ज्यूँ चन्दन वन
कोमल भावों से
भारत माँ का वंदन
सीमा पर रहते हैं
अनगिन कष्टों को
पग पग पर सहते हैं
वीरों का अभिनंदन
कोमल भावों से
भारत माँ का वंदन
आँखों का तारा है
झंडा केसरिया
प्राणों से प्यारा है
तन मन धन सब अर्पण
कोमल भावों से
भारत माँ का वंदन
15-08-2021
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद