भारत महान है
सर पे हिमालय ताज,करता दिलों पे राज, अपना कृषि प्रधान, भारत महान है
लहराता ये तिरंगा, पावनी हमारी गंगा, भाल पे हिंदी की बिंदी, भारती की शान है
संस्कारों के हैं गाँव , छूते हैं बड़ों के पाँव ,अतिथि का देवो सम, यहां पे सम्मान है
चाहें कितने हो धर्म, चाहें कितने हों वर्ण, वन्दे मातरम का ही, होता यहाँ गान है
08-01-2018
डॉ अर्चना गुप्ता