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10 Jan 2021 · 1 min read

भारत-भारती हिंदी /

मेरे प्रिय समस्त भारत वासियों व अप्रवासी भारतीयों को विश्व हिंदी दिवस की शुभकामना स्वरूप प्रस्तुत हैं कुछ काव्य-सुमन –

भारत-भारती हिंदी /

हृदय सरिता प्रवाहित है,
नयन-तट पर खिले हैं
दृष्टि के तरु भी ।

अधर-पट खोल दो कविवर !
उठाकर तूलिका कर में,
डुबोकर भाव के रस में
उकेरो कृष्ण-रेखाएँ
रुपहले भोजपत्रों पर ।

भवों की कोर से लेकर
कपोलों और कर्णों से
सजाकर हार वर्णों का
बना लो कंठ को कोकिल ;
दहकते भाल पर माँ के
सजा दो शीत-सी बिंदी ।
कि भारत-भारती हिंदी ।
कि भारत-भारती हिंदी ।।

—- ईश्वर दयाल गोस्वामी ।

Language: Hindi
7 Likes · 10 Comments · 516 Views
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