*भारत नेपाल सम्बन्ध*
चरण छुए सागर भारत के, हिमालय जिसका भाल है।
रमणीक अनोखा प्यार सुन्दर, उत्तर में नेपाल है।
नेपाल कभी न गुलाम हुआ, भारत को इस पर गुमान है।
जहांँ अनेकता में एकता दिखे, वह देश हिंदुस्तान है।
रिश्ता इनका है पुराना, विश्व ने इसका लौहा माना।
भारत नेपाल भाई भाई, करते देश इनकी बढ़ाई।
न कभी युद्ध न विनाश, दोनों को है अटल विश्वास।
शांति प्रिय हैं दोनों देश, रखते नहीं मन में द्वेष।
बौद्ध स्थल लुम्बिनी बोधगया, इनकी दुनिया में पहचान।
प्रहरी हिमालय खड़ा हुआ है, एवरेस्ट दुनिया की है शान।
इनका बंधन है अनोखा, देते नहीं कभी ये धोखा।
बुद्धि बुद्ध से दूर रहो युद्ध से, बुद्ध है इसका सार।
खुली सीमाएं हैं दोनों देशों की, न होती तकरार।
कारनामों सहनशक्ति के कारण, नेपालियों की पहचान है।
जो बुराई का जवाब अच्छाई से दे, वह देश हिंदुस्तान है।
दुष्यन्त कुमार भी खुश है देखकर, ऐसा प्यार प्रबन्ध।
भारत नेपाल अग्रसर हों हमेशा, बना रहे मैत्री सम्बन्ध।।