भारत के वीर जवान
“भारत के वीर जवान ”
हे भारत के वीर जवान आप सबको है सादर प्रणाम।
भारत माता के हृदय पर लिखा है आप सच्चे सपूतों का नाम।
आपके अनुपम त्याग से ही हम सुखी जीवन बिताते हैं।
आपके अदम्य साहस से हम सुरक्षित रह पाते हैं।
आपकी हिम्मत और वीरता पर टिकी हमारी जीवन रेखा।
कर्तव्य निभाने की खातिर तूने न कभी दिन रात देखा।
हम बैठे होते हैं घरों में आप झेल रहे होते हो गोली।
न कोई त्यौहार आपका चाहे हो दीवाली या होली।
न परिवार की चिंता न किसी प्रकार का आपको भय।
आपके त्याग समर्पण से ही भारत देश हुआ निर्भय।
कश्मीर की ऊंची पहाड़ियां हों या राजस्थान का गर्म रेगिस्तान।
हर हाल में हर परिस्थिति में रखते अपने प्यारे तिरंगे की शान।
कितने दुश्मन आएं नहीं हटते भले सो जाते संगीन पर रख माथा।
कश्मीर से लेकर अरुणाचल तक फैली है आपकी शौर्य गाथा।
भारत भूमि की रक्षा करते आपमें से कई हुए कुर्बान।
धन्य है मातृभूमि पर किया गया आपका ये बलिदान।
आपके बलिदानों के दम पर ही हम आजाद रह पाते हैं।
चहुं ओर दुश्मनों से घिरे होने पर भी खुद को सुरक्षित पाते हैं।
देश की रक्षा की खातिर जो अपना सर्वस्व समर्पण करते हैं।
भारत मां के सच्चे सपूतों को हम श्रद्धा सुमन अर्पण करते हैं।
धन्य आपकी शौर्य गाथा और धन्य आपका बलिदान।
हे भारत के वीर जवान तुमको है सादर प्रणाम।।
स्वरचित एवं मौलिक रचना……
✍️ मुकेश कुमार सोनकर
“सोनकर जी”
रायपुर, छत्तीसगढ़