भारत के लाल बचाना है
इन शतरंजी घोड़ों से अब, अपनी चाल बचाना है,
संप्रदाय के ज़हरीले भालों से भाल बचाना है ।
देखो झुलस न जाए तुलसी, पश्चिम के तूफानों में,
रिपु के नापाक इरादों से भारत के लाल बचाना है ।
दीपक चौबे ‘अंजान’
इन शतरंजी घोड़ों से अब, अपनी चाल बचाना है,
संप्रदाय के ज़हरीले भालों से भाल बचाना है ।
देखो झुलस न जाए तुलसी, पश्चिम के तूफानों में,
रिपु के नापाक इरादों से भारत के लाल बचाना है ।
दीपक चौबे ‘अंजान’