भारत की नारी
राधा बनकर प्रेम किया तो,मीरा बनकर जोग लिया
भारत में नारी ने अपना,हरदम हर पल श्रेष्ठ दिया
कहीं सती होकर दिखलाया,दुनिया को अपना जौहर
शापित होकर करी तपस्या , वर्षों बनी रही पत्थर
अग्नि परीक्षा भी दी इसने,भले राम की बनी सिया
भारत में नारी ने अपना,हरदम हर पल श्रेष्ठ दिया
वीर महालक्ष्मी बाई बन, अगर हराया दुश्मन को
वहीं धाय पन्ना बनकर के, पुत्र थमाया दुश्मन को
कर्तव्यों के पालन में ही,पल अपना प्रत्येक जिया
भारत में नारी ने अपना,हरदम हर पल श्रेष्ठ दिया
तन मन से है इतनी कोमल ,दिल में भरी हुई ममता
झंझावातों से लड़ने की, संकल्पों में है क्षमता
दूर अँधेरा करने को ये ,स्वयं जली बन एक दिया
भारत में नारी ने अपना,हरदम हर पल श्रेष्ठ दिया
नारी तो अपने कौशल से,बड़े -बड़े मैडल लाई
कोई सा भी क्षेत्र रहा हो,अग्रिम श्रेणी में आई
पर कुछ भी पाने को इसने, कदम-कदम पर जहर पिया
भारत में नारी ने अपना,हरदम हर पल श्रेष्ठ दिया
25-01-2022
डॉ अर्चना गुप्ता