“भारत का गौरव गान है हिंदी”
भारत का गौरव गान है हिंदी।
हम सब की पहचान है हिंदी।
रग-रग में दौड़ रही है जो।
सूर, तुलसी, रसखान है हिंदी।
युगों-युगों का भान है हिंदी।
स्वर्णिम, युग का ज्ञान है हिंदी।
भारत मां के शीश सुशोभित।
हर माथे की शान है हिंदी।
निज भाषा, वरदान है हिंदी।
भारत का स्वाभिमान है हिंदी।
राष्ट्रगान को अनुपम स्वर देती।
जन गण मन का गान है हिंदी।
धड़कते, दिलों की जान है हिंदी।
जन मानस का सम्मान है हिंदी।
गंगा,यमुना, की धारा कहती।
कलकल का नित्य बान है हिंदी।।
भारतवर्ष की आन है हिंदी
सुख सागर की खान है हिंदी
कश्मीर से कन्याकुमारी तक
भारत मां का गुणगान है हिंदी
राकेश चौरसिया