Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Mar 2021 · 1 min read

भारत- ऐ मेरे वतन

भारत- ऐ मेरे वतन

भारत ऐ मेरे वतन
करूँ तुझको मैं नमन

अनेकता मे एकता
यही तेरी विशेषता

खूबसूरती तेरी काश्मीर
श्रृंगार तेरा पंजाब

पलते तेरे आँचल मे
तरह – तरह त्यौहार

कला तेरी निराली
छटा तेरी निराली

कल – कल करें ये नदियाँ
संस्कृति तेरी निराली

जन्मे यहाँ पर नानक
जन्मे यहाँ पर गौतम

जन्मे यहाँ महावीर
जन्मे यहाँ फरीद

हे पुण्य भूमि भारत
हे मातृभूमि भारत

किस्से तेरे निराले
हैं वीर तूने पाले

सरहद पर मर मिटें जो
वो पूत तूने जन्मे

हे शांतिप्रिय भारत
हे विश्वदूत भारत

महिमा कहूँ क्या तेरी
हे जगत दुलारे भारत

शिक्षा तेरी निराली
सन्देश तेरे प्यारे

आँखों की सबके तारे
हे विश्व प्यारे भारत

हे विश्व प्यारे भारत
हे विश्व प्यारे भारत

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 470 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all
You may also like:
*
*"मुस्कराहट"*
Shashi kala vyas
फन कुचलने का हुनर भी सीखिए जनाब...!
फन कुचलने का हुनर भी सीखिए जनाब...!
Ranjeet kumar patre
मेरी फितरत
मेरी फितरत
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
"कहाँ छुपोगे?"
Dr. Kishan tandon kranti
किससे कहे दिल की बात को हम
किससे कहे दिल की बात को हम
gurudeenverma198
जितने धैर्यता, सहनशीलता और दृढ़ता के साथ संकल्पित संघ के स्व
जितने धैर्यता, सहनशीलता और दृढ़ता के साथ संकल्पित संघ के स्व
जय लगन कुमार हैप्पी
मन की परतों में छुपे ,
मन की परतों में छुपे ,
sushil sarna
तितली रानी (बाल कविता)
तितली रानी (बाल कविता)
नाथ सोनांचली
वृंदावन की कुंज गलियां 💐
वृंदावन की कुंज गलियां 💐
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
अछूत का इनार / मुसाफ़िर बैठा
अछूत का इनार / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
बेजुबाँ सा है इश्क़ मेरा,
बेजुबाँ सा है इश्क़ मेरा,
शेखर सिंह
एक अर्सा हुआ है
एक अर्सा हुआ है
हिमांशु Kulshrestha
आस्था होने लगी अंधी है
आस्था होने लगी अंधी है
पूर्वार्थ
रंग रहे उमंग रहे और आपका संग रहे
रंग रहे उमंग रहे और आपका संग रहे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
वफ़ाओं का सिला कोई नहीं
वफ़ाओं का सिला कोई नहीं
अरशद रसूल बदायूंनी
23/184.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/184.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*देव पधारो हृदय कमल में, भीतर तुमको पाऊॅं (भक्ति-गीत)*
*देव पधारो हृदय कमल में, भीतर तुमको पाऊॅं (भक्ति-गीत)*
Ravi Prakash
🙅एक शोध🙅
🙅एक शोध🙅
*Author प्रणय प्रभात*
ऐसी विकट परिस्थिति,
ऐसी विकट परिस्थिति,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मोर मुकुट संग होली
मोर मुकुट संग होली
Dinesh Kumar Gangwar
अहंकार का एटम
अहंकार का एटम
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
💐प्रेम कौतुक-421💐
💐प्रेम कौतुक-421💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
प्रेम भरी नफरत
प्रेम भरी नफरत
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
किये वादे सभी टूटे नज़र कैसे मिलाऊँ मैं
किये वादे सभी टूटे नज़र कैसे मिलाऊँ मैं
आर.एस. 'प्रीतम'
धर्म बनाम धर्मान्ध
धर्म बनाम धर्मान्ध
Ramswaroop Dinkar
उम्मीदें  लगाना  छोड़  दो...
उम्मीदें लगाना छोड़ दो...
Aarti sirsat
अधीर मन खड़ा हुआ  कक्ष,
अधीर मन खड़ा हुआ कक्ष,
Nanki Patre
चॉकलेट
चॉकलेट
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
जब  भी  तू  मेरे  दरमियाँ  आती  है
जब भी तू मेरे दरमियाँ आती है
Bhupendra Rawat
ज़माने   को   समझ   बैठा,  बड़ा   ही  खूबसूरत है,
ज़माने को समझ बैठा, बड़ा ही खूबसूरत है,
संजीव शुक्ल 'सचिन'
Loading...