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29 Dec 2024 · 1 min read

भाग्य आदि कुछ नहीं

भाग्य आदि कुछ नहीं
सब व्यवस्था का खेल है!
आपाधापी मची यहाँ
छीनाझपटी रेलपेल है!!
-आचार्य शीलक राम

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