भागमभाग( हिंदी गजल)
भागमभाग( हिंदी गजल)
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(1)
भागमभाग मची है भारी
क्या चपरासी क्या अधिकारी
(2)
कैसे रमुआ चले सड़क पर
बाइक ने टक्कर दे मारी
(3)
छह फिट की दुकान है लेकिन
छह फिट आगे और पसारी
(4)
तंग हो गईं सड़कें ऐसे
बिकना माल सड़क पर जारी
(5)
सड़कें कर दो चौड़ी साहिब
हाथ जोड़कर विनय हमारी
(6)
सड़कों पर फुटपाथ जरूरी
टहलें उस पर सब नर- नारी
(7)
कालोनी से हार मानते
गली- मौहल्ले बारी-बारी
(8)
गलियों का घर बेच- बेचकर
सबकी जाने की तैयारी
(9)
घर में बूढ़े- बुढ़िया दो बस
बच्चे बाहर हैं लाचारी
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश )
मोबाइल 999761 5451