Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Apr 2018 · 1 min read

भाई

भाई पर कविता
एक माँ के कोख से जन्म लेने वाले दो भाई अलग अलग दिशाओं में जा रहे है ,
,
जब कि अलग अलग माँ के कोख से जन्म लेने वाले नजदीक आ रहे है ।

उस ममतामय मूरत को दुखी कर भाई बापः की ही धन संपदा पर मौज उड़ा रहे है

उनकी पसीने की कीमत को दरकिनार कर हराम बना रहे है

इस धन में क्या रखा भाई ,,
एक दिन तो इस धरा पर रहना नही है,
,
अपने मुक्कदर को पहचानो अपने आप को ख़ुशी के दौर में ज्यादा देर खिलना नही है ।

इस ममता माँ को पहचानो जिसने तुझे किस लिए जन्म दिया ,

इस जग की झूठी माया के चक्कर में क्या दुष्कर्म किया ।

तुझे जब जब रोया दूध पिलाकर शांत चेन से सुलाया
फिर में तेरे मन के रोम रोम में दया की बूंद भी नही आई ।

राम लक्ष्मण ,कृष्ण दाऊ भाई
अलग अलग कोख के जन्मे थे ,,

फिर भी प्रेम रस , वात्सल्य रस ,वीर रस की नदियों को इस धरा पर उतारे थे ।
और हम भाई खून क्यों बहाए थे ।

रिश्तों में जहर क्यों उबलाए थे
राग ,द्वेष को छोड़ो
अपने आप को इस रस से जोड़ो ।

इस सतरंगी दुनिया में ,जरा सा अपने को तो पहचानो
और जीवन को माँ की देन समझ कर सम्भालो ।

✍✍प्रवीण शर्मा ताल
जिला रतलाम
त्तहसील ताल
टी एल एम् ग्रुप संचालक
स्वरचित कापीराइट कविता
दिनांक 8/4/2018
मोबाइल नंबर 9165996865

Language: Hindi
731 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
" खुशी "
Dr. Kishan tandon kranti
यूं ही नहीं कहते हैं इस ज़िंदगी को साज-ए-ज़िंदगी,
यूं ही नहीं कहते हैं इस ज़िंदगी को साज-ए-ज़िंदगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आपके मन में विचारों का आवागमन जितना कम होगा, जीवन की यात्रा
आपके मन में विचारों का आवागमन जितना कम होगा, जीवन की यात्रा
ललकार भारद्वाज
"ज्ञ " से ज्ञानी हम बन जाते हैं
Ghanshyam Poddar
Keep this in your mind:
Keep this in your mind:
पूर्वार्थ
उसकी सुनाई हर कविता
उसकी सुनाई हर कविता
हिमांशु Kulshrestha
मित्रो नमस्कार!
मित्रो नमस्कार!
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
तर्जनी आक्षेेप कर रही विभा पर
तर्जनी आक्षेेप कर रही विभा पर
Suryakant Dwivedi
गांधी और गोडसे में तुम लोग किसे चुनोगे?
गांधी और गोडसे में तुम लोग किसे चुनोगे?
Shekhar Chandra Mitra
# कुछ देर तो ठहर जाओ
# कुछ देर तो ठहर जाओ
Koमल कुmari
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*हों  गया है  प्यार जब से , होश  में हम है नहीं*
*हों गया है प्यार जब से , होश में हम है नहीं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वो अपनी जिंदगी में गुनहगार समझती है मुझे ।
वो अपनी जिंदगी में गुनहगार समझती है मुझे ।
शिव प्रताप लोधी
योग्यताएं
योग्यताएं
उमेश बैरवा
*देती धक्के कचहरी, तारीखें हैं रोज (कुंडलिया*
*देती धक्के कचहरी, तारीखें हैं रोज (कुंडलिया*
Ravi Prakash
रोज दस्तक होती हैं दरवाजे पर मेरे खुशियों की।
रोज दस्तक होती हैं दरवाजे पर मेरे खुशियों की।
Ashwini sharma
मसान.....
मसान.....
Manisha Manjari
कल की तलाश में आज निकल गया
कल की तलाश में आज निकल गया
नूरफातिमा खातून नूरी
The World at a Crossroad: Navigating the Shadows of Violence and Contemplated World War
The World at a Crossroad: Navigating the Shadows of Violence and Contemplated World War
Shyam Sundar Subramanian
मुझको आश्चर्य होता है यह देखकर
मुझको आश्चर्य होता है यह देखकर
gurudeenverma198
पाँव थक जाएं, हौसलों को न थकने देना
पाँव थक जाएं, हौसलों को न थकने देना
Shweta Soni
मेरे जीवन में गुरु का दर्जा ईश्वर के समान है। “गुरु बिन भव न
मेरे जीवन में गुरु का दर्जा ईश्वर के समान है। “गुरु बिन भव न
डॉ. उमेशचन्द्र सिरसवारी
दुःख बांटने से दुःख ही मिलता है
दुःख बांटने से दुःख ही मिलता है
Sonam Puneet Dubey
"18वीं सरकार के शपथ-समारोह से चीन-पाक को दूर रखने के निर्णय
*प्रणय*
कुछ  गीत  लिखें  कविताई  करें।
कुछ गीत लिखें कविताई करें।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
3497.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3497.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
बुंदेली चौकड़िया
बुंदेली चौकड़िया
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
अबूजा और शिक्षा
अबूजा और शिक्षा
Shashi Mahajan
★लखनवी कृषि को दीपक का इंतजार★
★लखनवी कृषि को दीपक का इंतजार★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
मेरी पहचान!
मेरी पहचान!
कविता झा ‘गीत’
Loading...